प्लास्टिक मल्च का उपयोग!
आप एक किसान है, तो जाहिर सी बात है, कि अपनी ज़मीन के पौधों की अच्छी पैदावार के लिए विभिन्न तौर तरीकों को अपनाया होगा। इन्हीं में से एक है- प्लास्टिक मल्च, यह पॉलीथीन जैसी सामग्री से बनाई जाती है, जो मिट्टी की खरपतवारों को कम करती है तथा उसे ठंडा होने से रोकती है। हम आपको प्लास्टिक मल्च के उपयोग की जानकारी देंगे।
प्लास्टिक मल्च क्या होती है –
प्लास्टिक मल्च, एक पतली पॉलीथीन शीट जैसी सामग्री है, जिसे ज़मीन में पौधों के आसपास मिट्टी की सतह पर बिछाया जाता है।
प्लास्टिक मल्च के फायदे – मल्चिंग से खरपतवार की वृद्धि को रोकने, मिट्टी की नमी का संरक्षण करने, मिट्टी के तापमान को नियंत्रित करने, मिट्टी से होने वाली बीमारियों को रोकने में मदद मिलती है।
खरपतवार को नियंत्रित करना –
जब मिट्टी पर एक अपारदर्शी पॉलीथीन बिछा दी जाती है, तो यह पौधों को छोड़कर अन्य अनावश्यक खरपतवारों तक सूरज की रोशनी को पहुंचने से तुरंत रोक देती है। प्लास्टिक के नीचे उगने वाले किसी भी पौधे को धूप न मिलने की वजह से वह बढ़ नहीं पाते और मृत हो जाते हैं। इसके परिणामस्वरूप ज़मीन में खरपतवार की वृद्धि कम हो जाती है।
उपज में वृद्धि –
प्लास्टिक मल्च के नीचे जल संरक्षण अर्थात वाष्पीकरण कम होता है, जिससे फलों की गुणवत्ता में सुधार होता है। प्लास्टिक के नीचे मिट्टी में लगातार पानी की उपलब्धता और उचित तापमान होने के कारण फूलों के सिरे की सड़न को कम करने में भी मदद मिलती है और इससे उपज में वृद्धि होती है।
मिट्टी को गर्म तथा ठंडा रखना –
मिट्टी का तापमान अक्सर वातावरण के तापमान से अधिक महत्वपूर्ण होता है, क्योंकि मिट्टी हवा की तुलना में गर्म होने में अधिक समय लेती है। रंग और स्थितियों के आधार पर प्लास्टिक मल्च मिट्टी को 20°F तक गर्म कर सकती हैं या -10°F तक ठंडा कर सकती हैं। इसका मतलब है कि आप पौधे को तापमान से होने वाले नुकसान की चिंता किए बिना मौसम के पहले या बाद में लगा सकते हैं।
नमी का संरक्षण –
जब सूरज की तेज धूप सीधे मिट्टी पर पड़ती है, तो यह ऊपरी परतों से नमी खींच लेती है और उसे बहुत जल्दी सुखा देती है। प्लास्टिक मल्च ज़मीन की मिट्टी के ऊपर एक सुरक्षा आवरण का काम करती है, जिससे वाष्पीकरण को कम तथा नमी का संरक्षण किया जा सकता है।